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जयपुर hellobikaner.in जल संसाधन मंत्री महेन्द्र जीत मालवीय ने सोमवार को विधानसभा में आश्वस्त किया कि विभाग के अधिकारियों की एक टीम पंजाब जाएगी और श्रीगंगानगर की नहरों में आने वाले दूषित पानी की समस्या का निराकरण का प्रयास करेगी। मालवीय प्रश्नकाल में सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्न का जवाब दे रहे थे।

 

 

जल संसाधन मंत्री ने बताया कि दूषित पानी के संदर्भ में राज्य सरकार की ओर से 12 पत्र पंजाब सरकार को लिखे है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी एक पत्र पंजाब के मुख्यमंत्री को लिखा है। विभाग पंजाब से बह कर आने वाले दूषित पानी को रोकने के लिए प्रतिबद्व है और इस दिशा में कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि एनजीटी ने 22 जनवरी 2021 को पंजाब सरकार को दूषित पानी पर प्रभावी निगरानी तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए है।

 

 

इससे पहले मालवीय ने सदस्य राजकुमार गौड़ के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में बताया कि श्रीगंगानगर जिले में नहरों में जहरीला पानी आने की शिकायते प्राप्त हुई है, जिसका विवरण उन्होंने सदन के पटल पर रखा।

 

 

उन्होंने बताया कि पंजाब से आ रहे प्रदूषित जल की रोकथाम हेतु राज्य सरकार उच्च स्तर पर निरतंर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि बी.बी.एम.बी. अध्यक्ष से भी दीर्घकालीन उपाय के अन्तर्गत प्रदूषित जल की फ्लैशिंग हेतु एस.ओ.पी. बनाए जाने हेतु आग्रह किया गया है। राज्य सरकार द्वारा जल की गुणवत्ता की सतत् मॉनिटरिंग हेतु इंदिरा गांधी फीडर एवं बीकानेर कैनाल पर रियल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित भी किया गया है। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा पिछले तीन वर्षाे में किये गये मुख्य प्रयासों का विवरण सदन के पटल पर रखा।

 

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