अजमेर hellobikaner.in प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों बड़ी पार्टियां एक्टिव मोड़ पर आ गई है। अभी तक राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस ने ही सरकार बनाई है लेकिन पंजाब में हुए उलटफेर के चलते क्या यहाँ भी कोई तीसरी पार्टी इन दोनों पार्टियों के बाद सरकार बना सकती है? क्या जनता के पास के इन दोनों पार्टियों के अलावा कोई तीसरा विकल्प है ?
राजस्थान में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश मीडिया प्रभारी मयंक त्यागी ने दावा करते हुए कहा है कि राज्य में आप पार्टी अगले वर्ष विधानसभा चुनाव में तीसरे विकल्प के रूप में उभरकर सामने आयेगी।
त्यागी आज अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से रमेश टहलयानी के नेतृत्व में कई लोगों को पार्टी में शामिल करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गत कई सालों से एक बार कांग्रेस-एक बार भाजपा जैसा मामला इस बार नहीं बैठेगा क्योंकि जनता ने मन बना लिया है, उन्हें तीसरे विकल्प की तलाश है। आप पार्टी जन आकांक्षा के अनुरूप जनता को तीसरे विकल्प को चुनने का मौका देकर सभी दो सौ विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और दिल्ली-पंजाब की तरह सरकार भी बनायेगी।
उन्होंने कहा कि हम जनता के बीच उनके आधारभूत मुद्दों को लेकर जायेंगे, जिनको लेकर कांग्रेस-भाजपा उन्हें छलती आई है। उन्होंने कहा कि हमारे संगठन में आम आदमी के लिए ईमानदारी से काम करने वालों का स्वागत है। दिल्ली में धरातल पर काम हो रहा है। स्कूलों से लेकर मौहल्ला क्लीनिक, बिजली आदि के विषय में जनहित में काम किये जा रहे है ।
त्यागी राज्य की गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार बचाने के लिये पूरा कार्यकाल लगा दिया । राज्यसभा चुनाव के लिए भी बाड़ेबंदी की गयी लेकिन 126 विधायकों का समर्थन का दावा भी सही नहीं निकल रहा , केवल 70 विधायक बाड़ेबंदी में आये है । विधायकों को दोनों दल 20-20 करोड़ का प्रलोभन दे रहे है, वास्तविकता ये है कि नीयत में खराबी है।
उन्होंने कोविड हैल्थ सहायकों के आंदोलन पर भी कहा कि वे 72 दिनों से चिलचिलाती धूप में आंदोलन कर रहे है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनसे कोई बात नहीं की।
उन्होंने अजमेर शहर और संभाग में संगठन के लिए किये जा रहे प्रयासों पर खुशी जताते हुए कहा कि अजमेर से सकारात्मक परिणाम और समर्थन मिल रहा है।