हैलो बीकानेर न्यूज़ नेटवर्क, www.hellobikaner.in, जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र की मोदी सरकार पर अगली सरकार के सौ दिन की कार्ययोजना एवं अगले 25 साल पर चर्चा के नाम पर जनता को भ्रमित करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उसे पहले उसके वर्ष 2014 एवं 2019 के वादों का हिसाब देना चाहिए।
गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हाल में बैठक कर चुनाव होने से पूर्व ही अगली सरकार के 100 दिन की कार्ययोजना एवं अगले 25 साल पर चर्चा कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास किया है लेकिन पिछले दोनों चुनावों के घोषणा पत्रों की घोषणाओं की क्रियान्विति रिपोर्ट आज तक नहीं दी है।
मोदी सरकार ने कल बैठक कर चुनाव होने से पूर्व ही अगली सरकार के 100 दिन की कार्ययोजना एवं अगले 25 साल पर चर्चा कर जनता को भ्रमित करने का प्रयास तो किया है परन्तु पिछले दोनों चुनावों के घोषणा पत्रों की घोषणाओं की क्रियान्विति रिपोर्ट आज तक नहीं दी है। मोदी सरकार पहले अपने 2014 एवं…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 4, 2024
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार पहले अपने वर्ष 2014 एवं 2019 के वादों का हिसाब दे क्योंकि 2014 में सौ दिन में विदेश से कालाधन वापस लाने एवं दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष जैसे जुमलों को जनता अभी भूली नहीं हैं। गहलोत ने कहा कि देश के युवाओं को भावनात्मक मुद्दों से भ्रमित होने की बजाय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बातों, तथ्यों एवं चिंताओं को जान कर एवं सोच समझकर ही अपने बेहतर भविष्य के लिए वोट करना चाहिए।