हैलो बीकानेर। जब से बीकानेर नगर निगम में भाजपा के महापौर नारायण चोपड़ा बने और भाजपा का बोर्ड बना है तबी से विवादों का नाता महापोर से चिपका हुआ है , विपक्ष से ज्यादा महापौर को कटघरे में हमेशा भाजपा पार्षदों ने ही खड़ा किया है और आज तो आवारा पशुओं की समस्याओं को लेकर आवारा से बने गए जन प्रतिनिधि । शहर में आवारा और बेसहारा गो वंश की समस्याओं को लेकर भाजपा के ही पार्षद भगवती प्रसाद गोड़ और श्याम सुंदर चांडक के बार बार आग्रह और मिटिंगो में लिए निर्णय के बाद भी इस समस्या का समाधान नहीं होने से परेशान होकर इन दोनों पार्षदों ने 28 जून से अनशन की घोषणा कर दी और इसी विषय को लेकर आज नगर निगम में भाजपा जिला अध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य , महापौर नारायण चोपड़ा की मोजुदगी में ही पार्षद और भाजपा के नेता आपस में उलझ गए और सब मर्यादाओं को ताक पर रखकर गाली गलोच पर उतर आये इन सब परिस्थितियों को देख बीकानेर की जनता अपने आपको ठगा सा महसुश करती हैं की जिनको वोट देकर समस्याओं के निदान की जिमेवारी जनता जनार्दन ने सौपी वो अपने आप में उलझे पड़े है और जनता त्रस्त समस्याओं से नेता मस्त । हर भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यप्रकाश आचार्य सहित संगठन पदाधिकारी और पार्षद महापौर के सामने आकर बैठे ही थे। इतने में महापौर नारायण चौपड़ा बोल पड़े और कहा जिलाध्यक्ष जी! आप संगठन के सभी पदाधिकारी और पार्षद लेकर मेरा घेराव करने आए हो, यह आप गलत कर रहे हो। इस बात को लेकर महौल गर्मा गया। देखते ही देखते भाजपा पार्षदों के दो गुटों के बीच तूं-तूं-मैं-मैं शुरू हो गई। करीबन 30 घंटे तक यह हंगामा होता रहा और सभी लोग देखते रहे। यह नजारा था मंगलवार को नगर निगम का।
ये रहे उपस्थित
बेसहारा गोवंश की समाधान करने को लेकर उपमहापौर अशोक आचार्य, पार्षद भगवती प्रसाद गौड़, श्यामसुन्दर चाण्डक, मो. ताहिर, शंभु गहलोत, पंकज गहलोत, नरेश जोशी, प्रेमरतन जोशी, राजेन्द्र शर्मा, दिनदयाल उपाध्याय, भाजयुमो जिलाध्यक्ष विक्रमसिंह भाटी, महामंत्री पाबूदानसिंह, जस्सूसर मण्डल अध्यक्ष विजय उपाध्याय, कैलाश बापेऊ, अरूण जैन, शिवकुमार रंगा, चांदरतन सांखला, सहित कई पदाधिकारियों ने महापौर चौपड़ा का घेराव किया।
महापौर : जिलाध्यक्ष जी आप संगठन के सभी पदाधिकारी लेकर मेरा घेराव कर रहे हो, यह आप गलत कर रहे हो। ऐसी बात मैंने जिलाध्यक्ष को नहीं की थी। निगम में किसी भी प्रकार का कोई हंगामा नहीं हुआ। हालांकि पार्टी के कुछ पार्षद और जिलाध्यक्ष आचार्य मांग पत्र लेकर निगम आए थे। बैठकर बातचीत की थी।
– नारायण चौपड़ा, महापौर, नगर निगम, बीकानेर