श्रीगंगानगर। hellobikaner.in उत्तर पश्चिम रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय जयपुर अस्पताल में यूरोलिस्ट विभाग द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया गया, जिससे रोगी के गुर्दे की खराबी का सुपर स्पेशलिटी सेवा के अंतर्गत आधुनिक तकनीक से दूरबीन द्वारा गुर्द का जटिल ऑपरेशन किया गया।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि एक महिला रोगी निवासी अजमेर, गुर्दे की खराबी व उसमें मवाद पडने से कई माह से परेशान थी व कई निजी अस्पतालों में दिखानें पर ओपन ऑपरेशन की सलाह दी गई एवं दूरबीन से ऑपरेशन करने में असमर्थता जाहिर की।
इन्हें केन्द्रीय अस्पताल, उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर को रेफर किया गया। रोगी के केन्द्रीय चिकित्सालय उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर आने पर यूरोलोजी विशेषज्ञ डॉ0 विकास सिंह तोमर द्वारा भर्ती करके जांच करवाने पर ज्ञात हुआ की रोगी के दांये गुर्दे में भारी तकलीफ़ है, रोगी व परिजनों को इसके बारे में पूर्णतः समझाकर आधुनिक तकनीक से दूरबीन द्वारा ऑपरेशन करने के बारे में सलाह दी गयी।
केन्द्रीय चिकत्सालय के यूरोलोजिस्ट विशेषज्ञ डॉ0 विकास सिंह तोमर, डॉ0 शिवांक माथुर, डॉ0 हरीश वर्मा, डॉ0 पिंकी मीणा, मंजू पारीक एवं ओ.टी. टीम ने मिलकर यह जटिल ऑपरेशन पूर्ण किया, जिसे (Laproscopic nephrectmoy) के नाम से जाना जाता है, इसमें गुर्दा दूरबीन द्वारा निकाल दिया जाता है एवं रोगी दूसरे दिन ही स्वस्थ होकर चलने फिरने लायक हो जाता है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक पी. के. सामान्तराय एवं केन्द्रीय चिकित्सालय के चि. निदेशक डॉ0 पी. सी. मीना के नेतृत्व में केन्द्रीय चिकित्सालय उत्तर पश्चिम रेलवे जयपुर यूरोलोजी सुपर स्पेशलिटी व अन्य सेवाओं के विस्तार एवं आधुनिकीकरण हेतु प्रतिबद्ध है।
इस हेतु रेलवे बोर्ड द्वारा यूरोलोजी विभाग के विकास के लिए 3.6 करोड़ रूपयें की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिससे आधुनिकतम ओ. टी. नई मशीने और लेजर उपकरण की व्यवस्था की जायेगी। जिससे लाभार्थियों को किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि आधुनिक सुविधाऐं केन्द्रीय चिकित्सालय उत्तर पश्चिम रेलवेए जयपुर में ही उपलब्ध हो सके।