चूरू, जगदीश सोनी, hellobikaner.in गढ के रास्ते से मोचीबाड़ी की तरफ जाने वाले रास्ते की तरफ की ऐतिहासिक दिवार का 40-50 फुट का हिस्सा साढे दस बजे धराशाई हो गया।
हालांकि दिवार का एक हिस्सा गिरने से को जनहानि नहीं हुई है। इस दिवार में लोगों के आने जाने के लिए एक मोरी बनी हुई है। मोरी के रास्ते से मोचीबाड़ा के निवासी आगमन करते है। गढ में गोपालजी का मन्दिर, एक महिला एवं शिशु अस्पताल व एक डिस्पेंसरी बनी हुई।
जिसमें महिलाएं व आम आदमी सैंकड़ों की संख्या में रोजाना आना जाना करते है। अगर जल्द ही इन दिवारों का काम नहीं करवाया जायेगा तो एक बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। इस दिवार का हिस्सा गिरने से आगे की भी दिवार कभी गिर सकती है। क्योंकि तेज धूप निकलने पर खतरा जरूर बढेगा। जिला प्रशासन से प्रबुद्ध लोगों ने आम आदमियों ने भी मांग की है। इस धरोहर की मरम्मत का तुरन्त बजट पारित करके या जनसहयोग से करें।