बीकानेर hellobikaner.in खेल दिवस के अवसर पर रविवार को पश्चिमी राजस्थान खेल लेखक संघ तथा रंगीला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में सूचना केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में बैडमिंटन प्रशिक्षक हेमंत कुमार मोदी को रंगीला रत्न अवार्ड प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कवि-कथाकार राजेंद्र जोशी ने कहा कि अनेक खेल प्रतिभाओं ने देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन किया है। ऐसे खिलाड़ियों को तराशना भी महत्वपूर्ण कार्य है। हेमंत कुमार मोदी द्वारा लगभग पांच सौ खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया गया है। आने वाले समय में यह खिलाड़ी नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। उन्होंने रंगीला फाउंडेशन और पश्चिमी राजस्थान खेल लेखक संघ द्वारा खेलों को प्रोत्साहित करने के ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन को अनुकरणीय बताया।
विशिष्ट अतिथि के रुप में बोलते हुए जनसम्पर्क विभाग के पूर्व संयुक्त निदेशक दिनेश चन्द्र सक्सेना ने कहा कि स्वर्गीय झंवर लाल व्यास रंगीला ने खेल लेखन को नए आयाम दिए। शतरंज के ऑर्बिटर के रूप में उन्होंने अनेक प्रतियोगिताओं के आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई। उनकी स्मृति में ऐसे आयोजन उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।
अध्यक्षता करते हुए रंगीला फाउंडेशन के अध्यक्ष एड. बसन्त आचार्य ने कहा कि आज देश में खेलों के प्रति रुचि बढ़ी है। ओलंपिक जैसी अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में हमारे खिलाड़ी पदक प्राप्त कर रहे हैं। इस स्तर को बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने वाले आयोजन समय-समय पर आयोजित किए जाएं।
इससे पहले पश्चिमी राजस्थान के लेखक संघ के अध्यक्ष मनोज व्यास ने संघ की विभिन्न गतिविधियों और रंगीला फाउंडेशन के सचिव एड. जुगल किशोर व्यास ने फाउंडेशन द्वारा सामाजिक सरोकारों के तहत किए गए विभिन्न कार्यों की जानकारी दी। आत्मा राम भाटी ने मेजर ध्यान चंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर हेमंत कुमार मोदी को शॉल, साफा, श्रीफल, स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र भेंट कर उनका अभिनंदन किया गया। अतिथियों ने मेजर ध्यानचंद और झंवरलाल व्यास के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। खेल लेखक मनीष जोशी ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा मधु सूदन व्यास ने आभार जताया। हरि शंकर आचार्य ने प्रशस्ति पत्र का वाचन किया। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया। इस अवसर पर रंगीला फाउंडेशन के संरक्षक दुर्गा शंकर आचार्य, संस्कृतिकर्मी कृष्ण चन्द्र पुरोहित, विजेंद्र रंगा, रोहित व्यास, सुनील पुरोहित, केशव आचार्य आदि मौजूद रहे।