Share

माँ

छोटी से बड़ी हुई ,

माँ ममता की छाँव में ,

स्वर्ग माँ के कदमों में पाया,

पूरी दुनिया का सुख माँ में समाया,

माँ तो बस माँ होती है।,

बच्चों के लिए वह स्वयं रोती है ,

त्याग में माता सबसे आगे

हमारी इच्छाओं के लिए अपनी खुशीयाँ त्यागे,

माँ रात-दिन मेहनत करती,

सर्दी- गर्मी से कभी न डरती,

अच्छे- अच्छे पकवान बनाकर

हमको लाकर वो खिलाती,

खुशी हमारी उसको भाँति ,

इसीलिए बस माँ तो बस माँ कहलाती,

हर रिश्ते को सहज के रखती,

अच्छी सीख हमेशा देती,

कभी किसी से कुछ न लेती ,

दुःख- दर्द सारे खुद सह लेती ,

फिर भी सभी को खुशीयाँ देती,

जब-जब बच्चों पर संकट आते,

कभी दुर्गा व कभी चंडी बन जाती,

हम बच्चों की ऊँची शान,

इसीलिए तो है माँ भगवान,

इसीलिए तो है माँ भगवान।।

नाम- सीमा व्यास

पता -लालाणी व्यासों का चौक, बीकानेर।

About The Author

Share

You cannot copy content of this page